Ma Kamakhya Mantra is a divine power from which all your sorrows will run away, once you see this secret secret of Ma Kamakhya Mantra Kamakhya temple, your senses will be blown away, was hidden from the world till now.
According to the legend, when Goddess Sati left her body with her yoga power, Lord Shiva started walking with her, after that Lord Vishnu cut her body with his chakra, then the yoni (womb) of Bhagwati Sati fell in the Nilachal hill, and that vagina (womb) fell. Garbha) assumed the form of a goddess, called Devi Kamakhya. Yoni (womb) is the place where the child is nurtured for 9 months and from here the child enters this world. And this is believed to be the reason for the origin of the universe.
Devotees come here to worship the fallen yoni (womb) of Goddess Sati who is in the form of Goddess Kamakhya and worship the womb of Goddess Sati as the cause of creation and upbringing of the world. Just as a man takes birth from the vagina (womb) of his mother, people believe that in the same way the world has originated from the vagina of Goddess Sati, the mother of the world, who is in the form of Goddess Kamakhya.
माँ कामाख्या मंत्रा दिव्य शक्ति है जिससे आपके सभी दुःख तकलीफ भाग जायेंगे एक बार ऐसा कर के देखे आप, माँ कामाख्या कामाख्या मंदिर का यह गुप्त रहस्य जानकार होश उड़ जायेंगे आपके, दुनिया से छुपा था अब तक
दुनिया से छुपा था अब तकपौराणिक कथा के अनुसार जब देवी सती अपने योगशक्ति से अपना देह त्याग दी तो भगवान शिव उनको लेकर घूमने लगे उसके बाद भगवान विष्णु अपने चक्र से उनका देह काटते गए तो नीलाचल पहाड़ी में भगवती सती की योनि (गर्भ) गिर गई, और उस योनि (गर्भ) ने एक देवी का रूप धारण किया, जिसे देवी कामाख्या कहा जाता है। योनी (गर्भ) वह जगह है जहां बच्चे को 9 महीने तक पाला जाता है और यहीं से बच्चा इस दुनिया में प्रवेश करता है। और इसी को सृष्टि की उत्पत्ति का कारण माना जाता है।
भक्त यहां देवी सती की गिरी हुई योनि (गर्भ) की पूजा करने के लिए आते हैं जो देवी कामाख्या के रूप में हैं और दुनिया के निर्माण और पालन-पोषण के कारण देवी सती के गर्भ की पूजा करते हैं। जिस प्रकार मनुष्य अपने माँ की योनि (गर्भ) से जन्म लेता है, लोगो की मान्यता है उसी प्रकार जगत की माँ देवी सती की योनि से संसार की उत्पत्ति हुई है जो कामाख्या देवी के रूप में है।